Posts

मनवा भूलो जावे रे

 मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे।  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे॥ मेहर हुई महादेव री थने मनख बणायो रे,  राम नाम रा कोल करने जग में आयो रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे पर निंदा में बक बक बोले जीभ थकावे रे, नाम राम में ओटा लेवे थने आलस आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे। खेल तमाचा देखण जावे रैण गमावे रे, सतरी संगत में आवे थाने निंद्रा आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे,  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे। मध पिवे और नशो कर तू धूम मचावे रे, मात पिता सु करे लड़ाई शर्म नी आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे जियाराम रो केणो काई तू बुरो मनावे रे, ऋषि मुनि केता आया वे नरगा में जावे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे।

मनवा भूलो जावे रे मनवा

मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे।  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे॥ मेहर हुई महादेव री थने मनख बणायो रे,  राम नाम रा कोल करने जग में आयो रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे पर निंदा में बक बक बोले जीभ थकावे रे, नाम राम में ओटा लेवे थने आलस आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे। खेल तमाचा देखण जावे रैण गमावे रे, सतरी संगत में आवे थाने निंद्रा आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे,  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे। मध पिवे और नशो कर तू धूम मचावे रे, मात पिता सु करे लड़ाई शर्म नी आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे जियाराम रो केणो काई तू बुरो मनावे रे,  ऋषि मुनि केता आया वे नरगा में जावे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे।

भले गोगाजी वाजिया वैरागी ढोल

भले सुहाणो आवी हैं आठम री हैं रात छप्पन पियालो ती धर्मी हो होसरी रे, भले गोगाजी वाजिया वेडाला ढोल  हे वाजा बाजे मधरे वाजिया रे, हासन मोरे भोपाजी रो मोड़  मोती भोपेजी चावल मेलिया ही आवो ना मारा तेलवाड़ा रा राज केसर भवानी ने हाथे लावीजो रे, परो नी फूटो नदियो वालो नीर  वीरलो नृसिलो हाथे लावजे ही  केहर, सदी मां ने भेली भेली आव चौरासी खातो ने हाथे लाव ही जे  आज सहेलियो सोंबले वाली रात  धर्मी वधावो मुंगे मोतीया ही रे  हां सहेलियो हेरि होकड़ली हो राज हेरिये वसावो गलरा फूलड़ा रे, भले ढोलिड़ा ढोल गेरो रे बजाव चायर गोगा रमवा आविया रे, भले गोगाजी कृष्ण देवासी जस गाय थोरा टाबरियो ने होरा राखजो ही जे 

सुरा सावंत रंग दो केसर घोड़ी री झूल

 सुरा सावंत केसर कटोरे लेवो गाल  भाई रे! केसर कटोरे लेवो गाल चढ़ती जोनो रा करदो छोटणा रे। चांदा सावंत रंग दो केसर घोड़ी री झूल  भाई रे! रंग दो केसर घोड़ी री झूल जोनियो रा रंग दे मेमद मोलिया रे। हारे पाबू बणिया पुनम रा गेरा चांद पाबू! बणिया पूनम रा गेरा चांद  जोनी बणगा किरणो रा झूमका रे। चढ़ने जोना होगी दरवाजे सू निकास  भाई रे! होगी दरवाजे सू निकास  आडी फर बोली देवल चारणी रे।   देवल दुर्गा थारा कइजे भूंडोडा सभाव  बाई ए! थारा कइजे भूंडोडा सभाव  कुंवारी जोनो रे आडा कियो फिरो रे।   बिंद बणियोड़ा थे तो जावो थोरी जोन  भाई ए! थे तो सिवाधो थोरी जोन  धन रे रूखालो किण ने छोड़ियो रे। देवलदुर्गा सैस किरणा रो ऊगे भाण बाई ए! सैस किरणा रो सुरज भाण सबसु वडेरा बुढेजी ने छोडिया रे। भाई भालाला बुढ़ेजी ने लेजा थारी जोन  भाई ए! बुढ़ेजी ने लेजा थारी जोन  चांदेजी ने छोड़ो अपणे कोट में रे। देवल दुर्गा चांदे ने छोड़या सरे नाय बाई ए! चांदेजी ने छोड़या सरे नाय चांदेजी अरोगे सावण भादवो रे। मान पाबू चांदेजी ने लेजा थारी जोन  भाई ए! चांद...