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Showing posts with the label शिवजी भजन

कैलाशों रे माय रे वनवासा रो नाम

मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे कैलाशों रे मायने वनवासो रे माय शिव ने पार्वती रमे होगटे.. हां..जे रमिया पेले दाव रे रमिया पेले दांव  गंवरा जीता ने शंकर हारिया..हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे रमिया बीजे दाव रे रमिया पेले दांव  गंवरा जीता ने शंकर हारिया..हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे रमिया तीजे दाव रे रमिया पेले दांव  गंवरा जीता ने शंकर हारिया..हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे रमिया चौथे दाव रे रमिया पेले दांव  गंवरा जीता ने शंकर हारिया..हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे गाले नादिये भार रे गाले नादिये भार हवले हवले महादेव हालिया.. हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल शिव ने पार्वती रमिया होगटे..हां..जे होकड़ी हेरी रे माय रे वकम भोम रे माय  होमे बायो रो रथड़ो आवियो.. हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल गंवरा ने शंकर रमिया होगटे..हां..जे कावण थारो नोम रे कावण थारो ...

मारो नाथ अमली म्हारो बाबो अमली

 मारो नाथ अमली रे म्हारो बाबो अमली, बागा माइली भांगड़ली गोटाय राखु ली। काई जी बोऊँ काशी जी में काई रे, प्रयाग काई बोऊँ हर की पौड़ी काई जी,  कैलाश मारो नाथ अमली रे म्हारो बाबो, अमली बागा माइली भांगड़ली गोटाय राखु ली। _____________________________________ काशी जी में केशर बोऊ चन्दन प्रयाग,  हर की पौड़ी बीजिया बोऊ धतूरो कैलाश, मारो नाथ अमली रे म्हारो बाबो अमली, बागा माइली भांगड़ली गोटाय राखू ली।  काई माँगे नाँदियों काई रे गणेश काई, मांगे भोला शम्भू जोगिया रो भेष, मारो नाथ अमली रे म्हारो बाबो अमली, बागा माइली भांगड़ली गोटाय राखु ली। _____________________________________ दूदा मांगे नांदियों मोदक गणेश, भांग मांगे भोळो शम्भू जोगिया रो भेष,  मारो नाथ अमली रे म्हारो बाबो अमली, बागा माइली भांगड़ली गोटाय राखु ली। _____________________________________ घोटे घोटे नान्दियों जी छाणे रे गणेश, भर भर प्याला देवे गौरा पीवे जी महेश, मारो नाथ अमली रे म्हारो बाबो अमली, बागा माइली भांगड़ली गोटाय राखु ली। आकड़े की रोटी पोउ धतूरे को साग, बिजिया की तरकारी छीमकु जीमों भोलानाथ, मारो नाथ अम...

कैलाश वासी शिव सुखराशि

शिव समान दाता नहीं सब दुख भंजन हार, लज्जिया मारी राखियो शिव नंदी के असवार। लाल नेत्र गोरे बदन शिव भस्म रमावे अंग, शिवजी थोरी जटा में बह रही से गंग, बह रही से गंग संग भूतन का टोला, पार्वती के पीवं शिव पियो भंग का गोला। कैलाशवासी शिवसुख राशी, सुनते नाथ सबकी करूणा, मन की दुविधा दूर करो, बम भोलेनाथ का लो चरणा। ---------------------------------------------  एक समय दानव सुर मिलकर, क्षीर सागर का मंथन किया, रत्न चौदहा निकले सिरोमणी, एक एक सब ने बांट दिया, अमृत धारण कियो देवता, जहर हलाहल शिव ने पिया, निलकंठ ज्यारो नाम धरायो, कैलाश का रसपान किया, भोले भंडारी शंकर देवा, नाम निरंतर नित जपना, मन की दुविधा दूर करो, बम भोलेनाथ का लो चरणा। --------------------------------------------- अटल भक्ति भस्मासुर किनी, बारहा मास तप लागो करण, तन अपणो सब तास बगायो, कैलाश छोड़ दीना दर्शन, मांगना है सो मांग भक्त, मैं बहुत हुआ तुझ पे प्रसन्न, देऊ राज तोय इंद्रलोक रो, रेवे देवता तेरी शरण, वर दो हाथ देवा सिर ऊपर, तुरंत होवे उसका मरणा, मन की दुविधा दूर करो, बम भोलेनाथ का लो चरणा। -------------------------------...

कुण तो लाया तुम्बड़ा

सिंह चढ़े दुर्गा मिले गरूड़ चढ़े भगवान,  बोल चढ़े शंकर मिले पूर्ण करजो काज। कुण तो लाया तूम्बड़ा, कुण तो नागर वेल, कुण जी तो लाया संतो री अमर वेल। शिवजी तो लाया तूम्बड़ा पार्वता नागर बेल, गोरख जी तो लाया रे संतो री अमर बेल। __________________________________________ किण ने देवां तूम्बड़ा किण ने नागर बेल, किण ने तो देवा संतों री अमर बेल। शिवजी ने देवा तूम्बड़ा  पार्वता ने नागर बेल, गोरखजी ने दोला संतो री अमर वेल। __________________________________________ कठे बूआड़ु तूम्बड़ा,कठोड़े नागर बेल  कठोडे़ तो बवाड़ू संतो री अमर बेल। वागे बवाडु तुम्बडा बगीचा नागर बेल भजना में बवाड़ू,संतो री अमर बेल __________________________________________ किण ती सींचु तूम्बड़ा किण ती नागर, बेल किण ती सींचूँ रे संतो री अमर वेल। घी स्यूं सीचु तुम्बडा दूदा स्यूं नागर बेल, शब्दों ती सींचू रे संतो री अमर बेल। __________________________________________ सुखन लागा तूम्बड़ा,कलमिजे नागर वेल, कूम्पल तो काडे संतो री अमर वेल। राजा भरतरी विणती सुणजो चित्त लगाय, अमर तो होइजो रे संतो री अमर बेल, ___________________...

कैलाशों रे माय रे/ शिवजी भजन

 कैलाशों रे माँय रे, वनवासो रे माँय । शिव ने पार्वती रमे सोगटे हो जियो ॥ जीते जिणो ने राज रे,जीते जिणो ने राज । हारे जिणो ने देवां, तेवटो हो राज ॥ नोखे पेलोड़े दाव रे,नोखे पेलोड़ो दाव । महादेव जी जीता ने, पार्वती हारिया हो जी ॥ नोखे दूजोड़ो दाव रे,नोखे दूजोड़ो दाव । महादेव जी जीता ने, पारवती हारिया हो जी ॥ नोखे तीजोड़ो दाव रे, नोखे तीजोड़ो दाव । महादेवजी जीता ने,पारवती हारिया हो जी ॥ नोखे चौथोड़ो दाव रे,नोखे चौथोड़ो दाव । पारवती जीता ने, महादेव हारिया हो जी ॥ घाले नांदिये भार रे,घाले नांदिये भार रे । हवळे हवळे महादेव जी, हालिया हो जी ॥ सोंकड़ी सेरी रे माँय रे, बिखमी घाटी रे माँय । देवी रो रथडो रे सामी,आवियो हो जी ॥ बाबा अळगो जाय रे,जोगी अळगो जाय । रह जाई रह जाई,मारग में एकलो हो जी ॥ घाले झोली में हाथ रे,घाले झोली में हाथ । तीन पाँखां रो त्रिशूल काढियो हो जी ॥ आई बाबा ने रीछ रे आई शंकर ने रीछ । काला भैरू रो माथो, वाडियो हो जी ॥ नमे चंदा ने भौण रे नमे चंदा ने भौण । इंद्र उतारे हरि री आरती हो जी ॥ शंकर रो अवतार रे महादेव रो अवतार । माया मोलो नी भोला नाथ री वो जी ॥

जावा दो सहेलियां माने शिवजी लडे़ला / भजन

जावा दो सहेलिया माने शिवजी जी लड़ेला ,       ॥टेर॥     शिवजी लडे़ला भोलेनाथ लड़ेला ! जावा दो सहेलिया माने ॥  भोजन बणाय आई, थाल मे परोस आई ।  जिमण री वेला-२, शिवजी याद करेला ॥ जावा दो सहेलिया माने..//..// भांगडी़ मैं घोट आई, कुमंडल में छान आई । पीवण री वेला बाबो-२, शिवजी याद करेला ॥  जावा दो सहेलिया माने..//..// धूणी सिलगायी आई,आसन लगाय आई । धूणी पर बैठा-बैठा-२, माने याद तो करेला ॥ जावा दो सहेलिया माने..//..// ढोलियो में ढाल आई, सेजां बिछार आई । पोढ़ण री वेला-२, शिवजी याद करेला ॥ जावा दो सहेलिया माने..//..// पार्वती केवे सहेल्या, सुनलो नी बात मारी । शिवजी की कृपा सु हम, फेर ही मिलाला ॥ जावा दो सहेलिया माने शिवजी लडे़ला ।        ॥टेर॥    शिवजी लडे़ला माने याद करेला, जावा दो सहेलियां माने बाबो लडे़ला । 

गोगाजी देसी भजन

 आज रे धराऊ धोरा धुंधला गोगाजी रे  मोटोडी़ छोटो रो वरसे मेष धर्मी राजा भरीया भरीया नाडी जाणु नाडिया रे  हे भरीयो  संमद तलाब धर्मी राजा  आज रे धराऊ धोरा धुंधला गोगाजी रे मोटोडी़ छोटो रो वरसे मेष धर्मी राजा लिलो घोड़ों थोरे हंसलो गोगाजी रे  आप  होवो  नी असवार  रे  धर्मी  आज रे धराऊ धोरा धुंधला गोगाजी रे  मोटोडी़ छोटो रो वरसे मेष धर्मी राजा  हीरे हीरे जड़ियों थारे ताजणो गोगाजी रे   मोतिडा़  सू जड़ी  हैं लगाम  रे धर्मी  आज रे धराऊ धोरा धुंधला गोगाजी रे  मोटोडी़ छोटो रो वरसे मेष धर्मी राजा  थे तो मारे आइजो पोमणा गोगाजी रे    भरिये  भादरवे   री  रात  रे  धर्मी  आज रे धराऊ धोरा धुंधला गोगाजी रे  मोटोडी़ छोटो रो वरसे मेष धर्मी राजा  धजा रे फरुखे पारस पीपली गोगाजी रे  पीपली  रे तीखा  मोटा  पोन रे धर्मी  आज रे धराऊ धोरा धुंधला गोगाजी रे  मोटोडी़ छोटो रो वरसे मेष धर्मी राजा कतरा वीगा में वावु बाजरी गोगाज...