गढ़ दलड़ी से चढे बादशाह गांव रणुजो
गढ़ दलड़ी से चढ़े बादशाह-२
गांव रणुजो घेर लियो हां जे।
किया घणी रो गांव रणुजो-२
किया धणी ओण पड़े हां.जे।
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तंवरो थको गांव रणुजो-२
अजमल धणी राज करें हां जे।
अजमल जी रो गांव रणुजो-२
रामा कंवर री आण पड़े हां जे।
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धवली धज्जा हेठे पाड़ दी-२
लीला तंबू खड़ा किया हां.जे।
औरत वडिजे गायो कटिजे-२
मद रा प्यारा फरे रिया हां.जे।
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कोरा कागज लखे भाटी हरजी-२
विना पंडत परियोण लखे हां.जे।
हेलो करूं रामा वेगा पधारो-२
मोये मियो रो राज हुओ हां.जे।
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द्वारकापुरी से चढिया रामदेव-२
बावन भैरूं लार चढे हां.जे।
आवे रणुजे खूंटों जालियों-२
बादशा रा तंबू तोड़ दिया हां.जे।
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नीचे बादशाह ऊपर ढोलियो-२
जिण पर लीलो हिंच करे हां.जे।
हमके हेले रामा छोड़े जिवतो-२
कदे नी आऊं थारे गांव में हां.जे।
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मकरोणा से पत्थर ले जाऊं-२
गढ़ दलड़ी में थोन तपाऊं हां.जे।
गढ़ दलड़ी में थोन थपाऊं-२
मोये पीरो रा जाप जपु हां.जे।
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हरि शरणे भाटी हरजी बोले-२
ऐड़ी ऐड़ी रोमत रोमो रमे हां.जे।
गढ़ दलड़ी से चढे बादशाह-२
गांव रणुजो घेर लियो हां.जे।
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