सुरता भजन मे लागी हेमनाथ जी भजन
टेर:- सतगुरु मिलिया पागी अब मारी सुरता भजन मे लागी
जङी बूटी ओखदगरी दवा दारू सब त्यागी
जंतर मंतर तंतर सारा लाजी बाजी हम त्यागी
पोती पुस्तक ज्योतक सारा वाच वाच ने त्यागी,
तीर्थ व्रत नेम रा बधंन सेवा पूजा हम त्यागी.
कुदरत रा खेल कुदरत सू होवे मती भूलो बङभागी
धीरे-धीरे सब कुछ होवे मन री कल्पना त्यागी
सतगुरु मिलिया संचय टलिया भेद भ्रम सब भागी
कहे हेमनाथ सुणो भाई संतों निर्भय हुआ बङभागी
जय हो
ReplyDeleteRadhe Radhe
ReplyDeletesharvan1992.blogspot.com
ReplyDeleteभजन लिरिक्स व दोहे