गजानन देव बड़ा मतवाला



दोहा:

गंवरी सुत श्री गणपति हिए बिराजो आय।
मैं बालक नादान हूं करजो मारी स्याय॥

गवरजा के लाडला शंकर सुत महाराज।
थाने सिवरू गणपति रिद्धी-सिद्धी भरतार॥





सरस्वती मात गजानन,

सिवरू लंबी सूंड रखवाला, 

रिद्धि सिद्धि नारी संग विराजे,

शिव शक्ति रा बाला,

गजानन देव बड़ा मतवाला,

थोरे हाथ खडग दोय भाला, 

गजानन देव बड़ा मतवाला।

________________________________

दुध चढ़ाऊं देवा फूल चढ़ाऊं,

और   चढ़ाऊं   थोने मेवा,

लाड़ू वाली साब चढ़ाऊं,

सन्त  करे  थोरी  सेवा,

गजानन देव बड़ा मतवाला।

थोरे हाथ खडग दोय भाला, 

गजानन देव बड़ा मतवाला।

________________________________

राम जी सिवरे लक्ष्मण सिवरे,

सिवरे   दस  अवतारा,

वेद पढंता ब्रम्हा जी सिवरे,

वेद   उच्चारण   वाला,

गजानन देव बड़ा मतवाला।

थोरे हाथ खडग दोय भाला,

गजानन देव बड़ा मतवाला।

________________________________

राजा सिमरे प्रजा सिमरे,

सिमरे जोगी  जटा धारा,

उठ प्रभाते व्यापारी सिवरे,

रोजी   पूरण  वाला, 

गजानन देव बड़ा मतवाला।

थोरे हाथ खडग दोय भाला,

गजानन देव बड़ा मतवाला।

________________________________

नाथ गुलाब गुरू पुरा मलिया,

ह्रदय  भया   उजियारा,

भवानी नाथ सतगुरु शरणे, 

खोले   मोक्ष  रा  द्वारा,

गजानन देव बड़ा मतवाला।

थोरे हाथ खडग दोय भाला,

गजानन देव बड़ा मतवाला।

Comments

Popular posts from this blog

वायक आया गुरुदेव रा रूपा जमले पधारों/ लिरिक्स भजन

साधु भाई सतगुरु साक भरेलो

गोविन्द रा गुण गाय बन्दा उमर जावे