लिला घोड़े वाला रे/रामदेवजी भजन

लिला घोड़े वाला रे, 

धोली धज्जा वाला रे ! मारे घर में पधारो.. हो/जी/


थे कलयुग रा अवतारी,

थाने जाणे दुनिया सारी ॥टेर॥

लिला घोड़े वाला रे,धोली धज्जा वाला रे ! 

मारे घर पधारो..हो/जी/


पिता अजमल जी रे आया,कंकु रा पगला मडाया ।

कंकु रा पगला मडाया, पालणिये हुलराया ॥

धोली धज्जा वाला रे,लिला घोड़े वाला रे ! 

मारे घर में पधारो..हो/जी ।


                ॥टेर॥  थे कलयुग रा अवतारी 

थाने जाणे दुनिया सारी ! 

लिला घोड़े वाला रे...//..//


माता मैणादे रे आया, उपणतो दूध ढ़बाया ।

उपणतो दूध ढ़बाया, माता रे मनडे़ भाया ॥

धोलकी धज्जा वाला रे, लिला घोड़े वाला रे !

मारे घर पधारो..हो/जी ।


          ॥टेर॥       थे कलयुग रा अवतारी,

थाने जाणे दुनिया सारी ! 

  लिला  घोड़े वाला रे...//..//


बहुन सुगणा बाई रे आया,मरियो भाणु जिवाया ।

मरियो भाणु जिवाया, बालका हरसाया ॥

धोली धज्जा वाला रे, लिला घोड़े वाला रे !

मारे घर पधारो..हो/जी ।


           ॥टेर॥      थे कलयुग रा अवतारी, 

थोने जाणे दुनिया सारी ।

लिला घोड़े वाला रे..//..//


लक्की बंजारा रे आया,मिश्री रो लुण बणाया ।

मिश्री रो लुण बणाया,बंजारे परचा पाया ॥

धोली धज्जा वाला रे, लिला घोड़े वाला रे !

मारे घर में पधारो..हो/जी ।


पांचों पीरो रे आया, मक्का से कटोरा मंगाया ।

मक्का सू कटोरा मंगाया, पीरो रा पीर केवाया ॥

धोली धज्जा वाला रे, लिला घोड़े वाला रे !

मारे घर पधारो..हो/जी ।


कलयुग रा अवतारी ॥टेर॥

थाने जाणे दुनिया सारी ! 

लिला घोड़े वाला रे...//..//



मदननाथ जस गावे, चरणा में शिष निवावे ।

चरणा में शिष निवावे, पैदल-२ आवे ॥

लिला घोड़े वाला रे,धोली धज्जा वाला रे !

मारे घर में पधारो..हो/जी ।


कलयुग रा अवतारी ॥टेर॥

थाने जाणे दुनिया सारी ! 

लिला घोड़े वाला रे, धोली धज्जा वाला रे !

मारे घर में पधारो..हो/हो/जी । 

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