कृष्ण कागज मोखले वाचे धरम राज भजन लिरिक्स
कृष्ण कागज मोखले वाचे धरम राज,
द्वाजग वितो पांडवो आई रे कलजुग वारी वार ।
कलयुग होसी माखियो होसी एकाकार ।
राज करे काला कांगला हंसा करे ज्वार ॥
राजा प्रजा अधर्मी झूठा करसी जाल ।
राजा मारे रेत ने पुन गणे नी पापा ॥
अमर वे जाओ पांडवो जग में थोरी जीत ।
जड़ें फूल रेवे वासना अमर सतियो वाला नाम ॥
गोटका हलावै ग्वालियो दाखे कुब्दा दांव ।
मिठो मिलावो मारने युदपद बैठे जाय ॥
वके गया वनवास में चवदा वर्षों मोल ।
सो कैरव मराविया पायो राज अमोल ॥
उंडा जल अथांगिया पतरा बोन्धी पाज ।
राजा रावण ने मारियो सती सीता रे काज ॥
अमर वे जाओ पांडवों जग में थोरी जीत ।
जड़ें फूल रेवे वासना अमर सतियो वाला नाम ॥
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