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भक्ति सुरा री

 भक्ति सुरा री, सुरा लड़े रण खेत में,  कायर भागा जाय! भक्ति सुरा री। कोनी कायर वालो काम भक्ति सुरा री॥ भक्ति कमाई ए सती श्रिया दे, चेलों भगत प्रहलाद भक्ति सुरा री, बलता मु बछिया तार! भक्ति सुरा री। कोनी कायर वालो काम भक्ति सुरा री॥ भक्ति कमाई ए सती अनुसूया, ऋषि अतरंग लार! भक्ति सुरा री, आंगण कुटी बणाय भक्ति सुरा री। कोनी कायर वालो काम भक्ति सुरा री॥ भक्ति कमाई ए पोचे पांडवे, ज्योरे घर दुर्वासा आय! भक्ति सुरा री, बलियो ओम उगाय भक्ति सुरा री, कोनी कायर वालो काम भक्ति सुरा री॥ भक्ति कमाई ए रानी द्रौपदा, पांचों पांडव घर नार! भक्ति सुरा री, सतड़ा री पाल बंधाय भक्ति सुरा री, कोनी कायर वालो काम भक्ति सुरा री॥ भक्ति कमाई ए मीरा मेड़तनी, ज्योरे लारे भोजोराज! भक्ति सुरा री, गुण गोविंद रा गाय भक्ति सुरा री, कोनी कायर वालो काम भक्ति सुरा री॥ भक्ति कमाई ए रानी रूपादे, ज्योरे सागे रावलमाल! भक्ति सुरा री, सैजे सुरगा जाय! भक्ति सुरा री, कोनी कायर वालो काम भक्ति सुरा री॥ भक्ति कमाई ए रानी तौलादे, ज्योरे सागे जैसल राज! भक्ति सुरा री, गुरु उगम जी लार! भक्ति सुरा री, कोनी कायर वालो काम भक्ति सुरा...

मनवा भूलो जावे रे

 मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे।  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे॥ मेहर हुई महादेव री थने मनख बणायो रे,  राम नाम रा कोल करने जग में आयो रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे पर निंदा में बक बक बोले जीभ थकावे रे, नाम राम में ओटा लेवे थने आलस आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे। खेल तमाचा देखण जावे रैण गमावे रे, सतरी संगत में आवे थाने निंद्रा आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे,  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे। मध पिवे और नशो कर तू धूम मचावे रे, मात पिता सु करे लड़ाई शर्म नी आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे जियाराम रो केणो काई तू बुरो मनावे रे, ऋषि मुनि केता आया वे नरगा में जावे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे।

मनवा भूलो जावे रे मनवा

मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे।  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे॥ मेहर हुई महादेव री थने मनख बणायो रे,  राम नाम रा कोल करने जग में आयो रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे पर निंदा में बक बक बोले जीभ थकावे रे, नाम राम में ओटा लेवे थने आलस आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे। खेल तमाचा देखण जावे रैण गमावे रे, सतरी संगत में आवे थाने निंद्रा आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे,  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे। मध पिवे और नशो कर तू धूम मचावे रे, मात पिता सु करे लड़ाई शर्म नी आवे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे  सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे जियाराम रो केणो काई तू बुरो मनावे रे,  ऋषि मुनि केता आया वे नरगा में जावे रे। मनवा भूलो जावे रे मना क्यों भूलो जावे रे, सतगुरु जी समझावे रस्ते क्यो नी आवे रे।

भले गोगाजी वाजिया वैरागी ढोल

भले सुहाणो आवी हैं आठम री हैं रात छप्पन पियालो ती धर्मी हो होसरी रे, भले गोगाजी वाजिया वेडाला ढोल  हे वाजा बाजे मधरे वाजिया रे, हासन मोरे भोपाजी रो मोड़  मोती भोपेजी चावल मेलिया ही आवो ना मारा तेलवाड़ा रा राज केसर भवानी ने हाथे लावीजो रे, परो नी फूटो नदियो वालो नीर  वीरलो नृसिलो हाथे लावजे ही  केहर, सदी मां ने भेली भेली आव चौरासी खातो ने हाथे लाव ही जे  आज सहेलियो सोंबले वाली रात  धर्मी वधावो मुंगे मोतीया ही रे  हां सहेलियो हेरि होकड़ली हो राज हेरिये वसावो गलरा फूलड़ा रे, भले ढोलिड़ा ढोल गेरो रे बजाव चायर गोगा रमवा आविया रे, भले गोगाजी कृष्ण देवासी जस गाय थोरा टाबरियो ने होरा राखजो ही जे