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धिन धिन दासी गुरु हमारी

सुलताना मुल्क बुखारंदा धिन है बांधी गुरु हमारी,  रस्ता बताया पिव प्यारन दा जिनको नेह लगा ईश्वर से  रामो ही राम पुकारंदा सूती सेरी खड़ी विगुती,  तीन ताजणा ताड़ंदा बादशाह से किया जवाबा,  ये ही हाल तुम्हारंदा चुन चुन कलियां सैज बिछाती कली कली रस न्यारंदा अब तो धरती सोवण लागा कंकड़ नहीं बुहारंदा सवा टांक तन चोला पहरे  तीन टांक तन सारंदा अब तो बोझ उठावण लागा गुदड़ सेर अठारंदा चंगी चीज निवाले लेता ताता तुरंत तैयारंदा  अब तो बासी खावण लागा  शीला सांझ सवेरे दा दल बादल ले लश्कर चढता फौजा चढ़ती नगारंदा अब तो पैल चारण लागा तजिया राज पैजारंदा इतना तज कर लीनी फकीरी  धिन आकीन विचारंदा  कहे कबीर सुणो भाई साधों फकड़ ज्ञान अखारंदा ।

कैलाशों रे माय रे वनवासा रो नाम

मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे कैलाशों रे मायने वनवासो रे माय शिव ने पार्वती रमे होगटे.. हां..जे रमिया पेले दाव रे रमिया पेले दांव  गंवरा जीता ने शंकर हारिया..हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे रमिया बीजे दाव रे रमिया पेले दांव  गंवरा जीता ने शंकर हारिया..हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे रमिया तीजे दाव रे रमिया पेले दांव  गंवरा जीता ने शंकर हारिया..हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे रमिया चौथे दाव रे रमिया पेले दांव  गंवरा जीता ने शंकर हारिया..हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल अमिया ने शंकर रमे होगटे..हां..जे गाले नादिये भार रे गाले नादिये भार हवले हवले महादेव हालिया.. हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल शिव ने पार्वती रमिया होगटे..हां..जे होकड़ी हेरी रे माय रे वकम भोम रे माय  होमे बायो रो रथड़ो आवियो.. हां..जे मने भालवा मेल रे मने होजवा मेल गंवरा ने शंकर रमिया होगटे..हां..जे कावण थारो नोम रे कावण थारो ...

अब तो दीदार दिखा दे मैं तेरा हो चुका हूं

 अब तो दीदार दिखा दे,  मैं तेरा हो चुका हूं। तेरे इश्क में प्यारे, बदनाम हो चुका हूं। नाम लिया जब तेरा, दुनिया सु मुखड़ा फेरा‌। मैंने हरदम तुझको हेरा, हैरान हो चुका हूं। अब तो दीदार दिखा दे, मैं तेरा हो चुका हूं। मैंने पहना फकीरी बाना, मुझे दूनिया देती ताना। ताने से क्या शर्माना, दिवाना हो चुका हूं। अब तो दीदार दिखा दे, मैं तेरा हो चुका हूं। मोहे तेरी याद सतावे,  दिन रात निंद नहीं आवे। अन जल कछू नी भावे,  बीमार हो चुका हूं। अब तो दीदार दिखा दे, मैं तेरा हो चुका हूं। आया हूं तेरे दर पे, जाऊंगा दीदार करके। अचलुराम हटेगा मरके  परेशान हो चुका हूं। अब तो दीदार दिखा दे, मैं तेरा हो चुका हूं।

रामजी रे नाम रा खरा खजोना

 राम जी रे नाम रा खरा खजोना  राम जी रे नाम रा हाचा हरोदा  आयो अवसरियो भाई भूलो मती रे, गुरू रा वचन सदा ही फल मीठा  खारी खारी वस्तु लाइजो मती रे  सतड़े री कुछी धर्म वालो तालो नुगरो रे हाथ भायो दीजो मती रे गेरा गेरा फूल रोहिड़ो रे केजे  वे फूलड़ा घर लाजो मती रे गेरी गेरी नदियो बेवे रे सवाई  पर नदियों में भायो नाजो मती फल नी फले दिखे रे फूटरो गुण नहीं जिण पांव रति रे असुर मारेश धणी भक्त उबारे आद देवा ने थे भूलजो मती रे रामजी री आशा में हैं विशवासा पोणी माथे पत्थर तीरे रे  दोय कर जोड़ अखोजी खीवण बोले खाली खाली ढोलका कुटो मती रे